मोहम्मद युनुस (2013)

उक्तियाँ सम्पादन

  • जल्द ही हमने देखा कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को दिया जा रहा पैसा परिवार के लिए अधिक फायदेमंद रह रहा है। इसलिए हमने अपनी नीति बदली और महिलाओं को उच्च प्राथमिकता देने लगे। नतीजतन, अब ग्रामीण बैंक ४० लाख उधारकर्ताओं में से ९६% महिलाएं हैं।
  • गरीबी और हमारे समाज में आर्थिक संकट की खामियों को दूर करने के लिए, हमें अपने सामाजिक जीवन की कल्पना करने की जरूरत है।हमें अपना दिमाग खोलना होगा, वो सोचना होगा जो कभी नहीं सोचा गया और एक सामाजिक उपन्यास लिखना होगा.हमें चीजों को करने के लिए उनकी कल्पना करनी होगी.अगर आप कल्पना नहीं करेंगे तो वो कभी नहीं होंगी।
  • अच्छे आर्थिक सिद्धांतों को लोगों को अपनी प्रतिभा का प्रयोग करके अपने जीवन का निर्माण करने का मौका देना चाहिए। हमें परम्परागत रास्ते जहाँ अमीर व्यवसाय करेंगे और गरीब निजी या सार्वजानिक दान पर निर्भर रहेंगे से दूर हटना होगा।
  • मैं बैंक गया और गरीबों को ऋण देने का प्रस्ताव रखा। बैंकर्स लगभग गिर ही गए।

बाहरी कडियाँ सम्पादन

विकिपीडिया पर संबंधित पृष्ठ :