Rajkumar12324565
सम्पादन सारांश नहीं है
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अनुनाद सिंह
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' * ''उष्ट्राणां च विवाहेषु गीतं गायन्ति गर्दभाः । : ''परस्परं प्रशंसन्ति अहो रूपमहो ध्वनिः ॥ -- महासुभषितसंग्रह : ऊँटों के विवाह में गधे गीत गा रहे हैं। एक-दूसरे की प्रशंस...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
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