अनुनाद सिंह
सम्पादन सारांश नहीं है
०८:२१
−२१५
अनुनाद सिंह
सम्पादन सारांश नहीं है
०८:१८
+१७,२९४
अनुनाद सिंह
'* दया सबसे बड़ा धर्म है। -- महाभारत * दया दोहरी कृपा है। इसकी कृपा दाता पर भी होती है और पात्र पर भी। -- शेक्सपियर * जहाँ दया तहं धर्म है, जहां लोभ तहं पाप। : जहां क्रोध तहं का...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
०८:०७
+२,४३९