अनुनाद सिंह
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'* इतिहास का खेल न्यारा है। सदा नये चमत्कार होते रहते हैं। नये गुल भी खिलते रहते हैं। संभव और असंभव ये दोनों शब्द इतिहास में निरर्थक हैं। -- लाला हरदयाल * यदि मन को नियंत्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
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