विरोधाभास
- विरोधाभास का होना झूठ का प्रतीक नहीं है, और ना ही इसका ना होना सत्य का। -- ब्लेज पास्कल
- सिर राखे सिर जात है सिर काटै सिर होय।
- जैसे बाती दीप की कटि उजियारा होय॥ -- कबीर
- लघुता से प्रभुता मिले, प्रभुता से प्रभु दूरि।
- चींटी ले सक्कर चली, हाथी के सिर धूरि॥ -- बिहारी