ठाकुर रोशन सिंह (१८९२ - १९२७) एक भारतीय क्रान्तिकारी थे, जिन्हें काकोरी काण्ड के लिए दोषी ठहराते हुए १९ दिसम्बर १९२७ को फाँसी दे दी गयी।

संदर्भित

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  • जिन्दगी जिन्दा-दिली को जान ऐ रोशन!
वरना कितने ही यहाँ रोज फना होते हैं।
  • इलाहाबाद स्थित नैनी जेल के फाँसी घर के सामने ठाकुर साहब की आवक्ष प्रतिमा के नीचे अंकित।

बाह्य सूत्र

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विकिपीडिया पर संबंधित पृष्ठ :
  • युग के देवता:बिस्मिल और अशफाक द्वारा विद्यार्णव शर्मा (प्रवीण प्रकाशन, दिल्ली, २००४, ISBN 8-177-83078-3)