ब्रह्मकुमारी शिवानी (वास्तविक नाम : शिवानी वर्मा ; जन्म 31 मई 1972), भारत में ब्रह्म कुमारियों के आध्यात्मिक आन्दोलन की उपदेशिका हैं।

उक्तियाँ सम्पादन

  • बदलाव की तरफ पहला कदम स्वीकार करना है। एक बार आप खुद को स्वीकार कर लेते हैं आप बदलाव के दरवाजे खोल देते हैं। आपको बस यही करना है। बदलाव कुछ ऐसा नही है जिसे आप करते हैं, ये कुछ ऐसा है जिसकी आप अनुमति देते हैं।
  • सत्य एक डेबिट कार्ड है- पहले कीमत चुकाएं और बाद में आनंद लें। झूठ एक क्रेडिट कार्ड है- पहले आनंद लें और बाद में कीमत चुकाएं।
  • आपका माइंड एक मैगनेट की तरह है। अगर आप ब्लेसिंग्स के बारे में सोचेंगे तो आप ब्लेसिंग्स को आकर्षित करेंगे। अगर आप प्रोब्लम्स के बारे में सोचेंगे तो आप प्रोबल्म्स को आकर्षित करेंगे। हमेशा अच्छे विचारों के बारे में सोचें और हमेशा पोजिटिव रहे।
  • अगर आप किसी की खुशियाँ लिखने वाली पेन्सिल नहीं हो सकते हैं तो एक अच्छा सा इरेजर बनिए जो उनका दुःख मिटा सके।
  • यदि आप एक मुट्ठी नमक एक गिलास पानी में डाल दें तो वो खारा लगेगा। यदि आप एक मुट्ठी नमक एक झील में डाल दें तो भी उसका पानी मीठा लगेगा। इसलिए, इसी तरह, अपने पीड़ा को परिवर्तित करने की क्षमता बहुत हद्द तक तय करती है कि हम कितना कष्ट झेलते हैं। यदि हमारा ह्रदय कसा हुआ है और हमारे अहंकार तक सीमित है तो हम ज्यादा भुगतेंगे बजाये तबके जब हमारा ह्रदय हमारी और बाकी लोगों की पीड़ा को अन्तर्निहित करने को तैयार है।
  • कभी भी घमंड या अहंकार में अपना सर ऊँचा ना उठाएं। याद रखिये स्वर्ण पदक विजेता भी तभी पदक पाता है जब वो अपना सर झुकाता है।
  • हमारे जीवन की ज्यादातर समस्याएं हमारे बोलने के लहज़े से पैदा होती हैं। इससे मतलब नहीं है कि हम क्या कहते हैं, इससे मतलब है कि हम कैसे कहते हैं. क्या आप सहमत हैं?
  • आपके अलावा आपकी ख़ुशी का कोई इंचार्ज नहीं है।
  • अगर आप किसी की हेल्प कर रहे हैं और बदले में कुछ वापस चाह रहे हैं तो आप बिजनेस कर रहे हैं काइंडनेस नहीं।
  • अपने जीवन में सफल होने के लिए, उन समस्याओं को भूल जाइए जिनका आपने सामना किया…लेकिन उन समस्याओं से मिलने वाली सीख को मत भूलिए।
  • किसी के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देना इतना मुश्किल नहीं है…लेकिन उस इंसान को खोज पाना मुश्किल है जो आपके कुर्बानी का सम्मान करे।
  • एक जादुई गुण है जो हम सब के अन्दर है, वो हमारी उर्जा बदल देता है और हामरे प्रति दूसरों की धारणा बदल देता है। उसे ईमानदारी कहते हैं।
  • अगर भगवान् हमारा भाग्य लिखते तो वो सबसे बढ़िया भाग्य होता। हमारा भाग्य हमारे कर्म, हमारी मुक्त इच्छा द्वारा निर्मित होता है। भगवान् की इच्छा से नहीं।
  • हम सभी पर्वत के शिखर पर जीना चाहते हैं, लेकिन सारी खुशियाँ तब घटित होती हैं जब हम पहाड़ चढ़ रहे होते हैं।
  • जीवन जन्म और मृत्यु के बीच का छोटा सा अंतराल है। इसलिए इस अंतराल में खुश रहिये और दूसरों को खुश करिए…जीवन के हर एक क्षण का आनंद लीजिये।
  • हज़ारों सम्बन्ध रखना कोई चमत्कार नहीं है। चमत्कार ये है कि आप एक ऐसा सम्बन्ध रखें जो तब भी आपके साथ खड़ा रहे जब हज़ारों आपके खिलाफ हों।
  • हर कोई कहता है गलती सफलता का पहला कदम है लेकिन हकीकत में गलती को सुधारना सफलता का पहला कदम है।
  • लोग आपको हर्ट करते है, भगवान् आपको हील करेंगे ।
  • लोग आपको हयुमिलीएट करते हैं, भगवान् आपको मैग्निफाई करेंगे।
  • लोग आपको जज करते हैं, भगवान् आपको जस्टिफाई करेंगे।
  • ज्ञान दो तरह का है। हम वषय के बारे में खुद जानते हैं, या हम ये जानते हैं कि हम इसके बारे में कहाँ से जानकारी जुटा सकते हैं।
  • ‘इगो’ खुद की एक गलत इमेज के साथ अटैचमेंट है। मेरा शरीर, मरा नाम, मेरा परिवार, मेरी डिग्री हर वो कुछ जो मेरा है। हम इसे “मैं” कहते हैं, और हम रियल “मैं” को भूल चुके हैं।
  • क्रोध को क्रोध से काबू नहीं किया जा सकता है। यदि कोई आपसे क्रोध दिखाता है और आप भी बदले में उसे क्रोध दिखाते हैं तो इसका परिणाम विपत्ति होता है।
  • मंदिरों में आरती की तेज आवज़, मस्जिदों में नमाज़ और गिरिजाघरों में प्रार्थना लोगों द्वारा सुनी जाती है, परमेश्वर द्वारा नहीं। ईश्वर केवल मौन आवाज़ सुनता है जो हमारे ह्रदय के अन्तर्भाग से निकलती है…
  • हर बार जब हम कहते हैं कि हम ऐसा परिस्थितियों और लोगों की वजह से महसूस कर रहे हैं। हम अपनी मनोदशा के लिए उन्हें दोष दे रहे हैं।
  • जब लोहे की रॉड गरम हो जाती है आप उसे किसी भी आकर में ढाल सकते हैं..!!कभी भी अपना मिजाज़ खराब मत करिए नहीं तो लोग आपको उसी तरह ढाल देंगे जैसा वे चाहते हैं।
  • सफलता प्रसन्नता की चाभी नहीं है। प्रसन्नता सफलता की चाभी है। अगर आप उस चीज से प्यार करते हैं जो आप कर रहे हैं, आप सफल हो जायेंगे।
  • विज्ञान और आध्यात्मिकता जुड़े हुए हैं। दोनों एक ही चीज कहते हैं- विश्वास मत करो, अनुभव करो।
  • सफल रिश्ते इस बात पर निर्भर नहीं करते कि हमारे बीच कितनी अच्छी अंडरस्टैंडिंग है। बल्कि इस आर निर्भर करते हैं कि हम कितने अच्छे से मिसअंडरस्टैंडिंग से बच पाते हैं।
  • समस्या उतनी ही बड़ी होती है जितनी बड़ी हम पीड़ा उत्पन्न करते हैं। अगर हम स्थिर रहें, समस्या बहुत छोटी और आसानी से सामना की जा सकने वाली लगती है।
  • जीभ में कोई हड्डी नहीं होती…. लेकिन, एक टूटे हुए दिल के लिए ये शक्ति का स्तम्भ हो सकती है… इसे सावधानी से प्रयोग करिए…!
  • जीवन कोई प्रतियोगिता नहीं है। हर कोई अपनी यात्रा पर है। अपने चुनावों, क्षमता, मूल्यों और सिद्धांतो के अनुसार जिएं।
  • जब “i” को “we” से बदल दिया जाता है तो ‘illness’ भी ‘wellness’ में बदल जाती है।
  • आपका दिमाग आपका सबसे अच्छा दोस्त है अगर आप उसे कंट्रोल करते हैं लेकिन अगर आपका दिमाग आपको कंट्रोल करता है तो वो आपका सबसे बड़ा दुश्मन है।
  • आपकी मुस्कान आपके चेहरे पर भगवान् के हस्ताक्षर हैं, उसे अपने आंसुओं से धुलने या क्रोध से मिटने ना दें।
  • हर कोई अलग है, कोई भी सही या गलत नहीं है, हम बस अलग हैं। स्वीकार करने का मतलब है कि हम इस अंतर को स्वीकार करते हैं।
  • अगर आप खुद पर भरोसा रखें तो कुछ भी सम्भव है।
  • अमीर होने के दो तरीके हैं। पहला है वो सब कुछ पा लेना जो आप चाहते हैं, दूसरा है जो कुछ आपके पास है उससे संतुष्ट हो जाना।
  • उसके साथ रहने का कोई कारण नही है जो आपको आप जैसे हैं वैसा होने के लिए खराब महसूस कराये।
  • सबसे अच्छा रिश्ता वो है जिसमे कल की लड़ाई आज के संवाद को ना रोके।
  • अगर आप अपना विजन ऊँचा रखेंगे तो आपका सिर अपने आप उठा रहेगा।
  • अपने शब्दों के साथ सावधान रहिये। एक बार वो कह दिए जाएं तो उन्हें सिर्फ माफ़ किया जा सकता है भुलाया नहीं जा सकता।
  • हर सुनी-सुनाई बात पर यकीन मत करिए। एक कहानी के हमेशा तीन पहलू होते हैं। आपका, उनका और सच।
  • अगर किसी बच्चे को उपहार न दिया जाए तो वो कुछ देर रोयेगा मगर संस्कार ना दिए जाएं तो वो जीवन भर रोयेगा…
  • इतने खुश रहे कि जब दूसरे आपको देखें तो वो भी खुश हो जाएं।
  • दूसरों की परेशानी में आनन्द ना लें। कहीं भगवान् आपको वह गिफ्ट ना कर दें, क्योंकि भगवान् आपको वही देता है जिसमे आपको आनन्द मिलता है।
  • एक छोटी सी लड़ाई से हम अपना प्यार ख़त्म कर लेते हैं, इससे तो अच्छा है कि हम प्यार से अपनी लडाई ख़त्म कर लें।
  • बदला लेकर नहीं खुद को बदल कर देखिये!
  • किसी का खराब काम देखकर क्रोध आना मामूली बात है लेकिन क्रोध के बजाये दुआ निकलना महान आत्मा के लक्षण हैं।
  • खुश रहने के लिए हमें किसी वजह की तलाश नहीं करनी चाहिए। आगर आप किसी “वजह” से खुश हैं तो आप खतरे में हैं…क्योंकि वो “वजह” आपसे कभी भी छिन सकती है।
  • जीवन की हर के समस्या के भीतर एक उपहार छुपा होता है, इसलिए जब समस्या आये तो निराश मत होइए, उसका अंत आपकी उम्मीद से सुन्दर हो सकता है।