बाज़ीगर
1993 की अब्बास-मस्तान की फ़िल्म
बाज़ीगर 1993 की एक फिल्म है जो अब्बास — मस्तान द्वारा निर्देशित है। फिल्म में शाहरुख खान, काजोल और शिल्पा शेट्टी हैं।
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बाज़ीगर फ़िल्म के संलाप
सम्पादन- बुराई मिलने में नहीं है, बुराई छुप छुप कर मिलने में है।
- उड़ने की बात परिंदे करते हैं, टूटते हुए पर नहीं ।
- कभी-कभी जीतने के लिए कुछ हारना पड़ता है, और हार कर जीतने वालों को ही बाज़ीगर कहते हैं ।
- किताबें महबूबा से बेहतर होतीं हैं, कम से कम इंतज़ार तो नहीं करवाती ।
- नाम बदलने से इन्सान का चेहरा और उसका जुर्म बदल नहीं जाता ।
विक्की मल्होत्रा
सम्पादन- कभी कभी जीतने के लिए कुछ हारना भी पड़ता है और हार कर जीतने वाले को बाज़ीगर कहते है।