पतंजलि
प्राचीन भारत में योगसूत्र के निर्माता (जीवनकाल: लगभग 200 ईसा पूर्व के करीब)
पतञ्जलि (सम्भावित जीवनकाल द्वितीय शताब्दी ईसापूर्व) एक महान ऋषि थे जिहोंने कई प्रसिद्ध ग्रन्थों की रचना की। 'योगसूत्र' उनका प्रसिद्ध ग्रन्थ है। इसके अलावा उन्होंने व्याकरनमहाभाष्य की रचना की जो व्याकरण का ग्रन्थ है।
महर्षि पतञ्जलि की उक्तियाँ
सम्पादन- योगः चित्तवृत्तिनिरोधः -- योगसूत्र में
- योग, चित्त की वृत्तियों का नियंत्रक है।
महर्षि पतञ्जलि के बारे में कथन
सम्पादन- योगेन चित्तस्य पदेन वाचां मलं शरीरस्य च वैद्यकेन।
- योऽपाकरोत्तं प्रवरं मुनीनां पतञ्जलिं प्राञ्जलिरानतोऽस्मि॥
- चित्त-शुद्धि के लिए योग (योगसूत्र), वाणी-शुद्धि के लिए व्याकरण (महाभाष्य) और शरीर-शुद्धि के लिए वैद्यकशास्त्र (चरकसंहिता) देनेवाले मुनिश्रेष्ठ पतञ्जलि को प्रणाम।