नोआम चाम्सकी (Noam Chomsky ; जन्म 7 दिसंबर 1928 ) वर्तमान समय के एक चिन्तक तथा भाषाविज्ञानी हैं। उन्होंने 'जेनेरेटिव ग्रामर' के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया। उन्हें २०वीं सदी के भाषाविज्ञान मेंं सबसे बड़ा योगदानकर्ता माना जाता है। जितने शोधकर्ता एवं विद्वानोंं ने उनको उद्धृत किया है, उतना शायद ही किसी जीवित लेखक को किया गया हो।

नोआम चाम्सकी (2004)

नोआम चाम्सकी को विशेषतः अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मीडिया के अलोचक एव राजनीति के विद्वान के तौर पर जाना जाता है। वामपन्थ एवं अमेरीका की राजनीति में आज वे एक प्रखर बौद्धिक के रूप में जाने जाते हैं।

नाओम चाम्सकी का जन्म अमेरिका में फिलाडेल्फिया प्रांत के इस्ट ओक लेन में हुआ था। उनके पिता विलियम चाम्सकी ( 1896-1977) थे जो हिब्रू के विद्धान व शिक्षक थे। उनकी माता एल्सी नामस्की बेलारुस से थी।

उन्होंने जब मनोविज्ञान के ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक बी एफ स्कीनर की पुस्तक वर्बल बिहेवियर की आलोचना लिखी, जिसमें 1950 के दशक में व्यापक स्वीकृति प्राप्त व्यवहारवाद के सिद्धान्त को चुनौती दी, तो इससे काग्नीटिव मनोविज्ञान में एक तरह की क्रांति का सूत्रपात हुआ, बल्कि भाषाविज्ञान, समाजशास्त्र, मानवशास्त्र जैसे कई क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन आया।

उक्तियाँ सम्पादन

  • अज्ञानता की एक निशानी है, थोपी हुई शिक्षा।
  • हमें नायकों की तलाश नहीं करनी चाहिए, हमें अच्छे विचारों की तलाश करनी चाहिए।
  • सत्य बोलना और झूठ का पर्दाफाश करना बुद्धिजीवियोंं की जिम्मेदारी है।
  • आतंकवाद को रोकने की चिन्ता हर किसी को है। बहुत आसान तरीका है : इसम़े भाग लेना बंद करो।
  • शक्तिशाली लोगों के लिए, अपराध वे होते है जो दूसरे लोग करते हैं।
  • राष्ट्रवाद का एक तरीका है, दूसरों पर अत्याचार करना।
  • मानव विज्ञान नुकसान में है, यदि इच्छा, निर्णय और पसंद पर सवाल उठता है।
  • मानव भाषा एक अनोखी घटना प्रतीत होती है, जिसके अनुरूप पशुजगत में कुछ नहीं है।
  • आप अपनी स्वयं की जनसंख्या को बलपूर्वक नियंत्रित नही कर सकते हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल करके उपयोग किया जा सकता है।
  • रंगहीन हरे विचार उग्र रूप से सोते हैं।
  • देखो, सत्ता में बैठे लोग हिंसा को बिल्कुल एक 'वस्तु' समझते हैं।
  • अगर हम लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास नहींं करते हैं तो हम घृणा करते हैं, हम इस तरह की घृणा में बिल्कुल भी विश्वास नहीं करते हैंं।
  • हम आरामदायक भ्रम की दुनिया मेंं रह सकते है, यदि हम सोचते है कि (नेताओं को) हम चुनते हैं।
  • बाइबल इतिहास में सबसे अधिक जनसंहारक पुस्तक है।
  • इस्लाम कट्टरपंथी नहीं है जिसकी अमेरिका अलोचना करता है। इस्लाम स्वतंत्रत है, आशा है।
  • लोगों का मस्तिष्क नियंत्रित करने के लिए सरकारें हर साल अरबों रुपये खर्च करती हैं।
  • मुझे बौद्धिक लेबल पसन्द नहीं है।
  • यह हमारे पास कितनी जानकारी है, लेकिन हम कितना कम जानते हैं।
  • कोई भी तानाशाह अमेरिकी मीडिया की एकरुपता और आज्ञाकारिता की प्रशंसा करेगा।
  • किसी एक अच्छे कारण से कोई बुरा इतिहास क्यों नहीं पढ़ता है, जबकि यह आपको बहुत कुछ सिखाता है।