नेल्सन मंडेला

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति

नेल्सन मंडेला () ने दक्षिण अफ्रीका में अश्वेत लोगों के साथ होने वाली रंगभेद की नीति का पुरजोर विरोध किया था जिसके कारण उनको 27 वर्ष तक जेल में रहना पड़ा। नेजेल में रहते हुए भी वे रंगभेद का विरोध करते रहे। बाद में वे दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बने।

उक्तियाँ सम्पादन

  • जब मैं लोगों को समझाने की कोशिश कर रहा था तब मैंने एक चीज सीखी। वो यह कि जब तक मैं खुद को नहीं बदल सकता तब तक मैं औरों को नहीं बदल सकता।
  • जब कभी भी मैं आजादी के द्वार की तरफ आगे बढ़ता हूं तो मै जानता हूं कि यदि मैं अपनी कटुता और ईर्ष्या को नही छोडूंगा तब तक मैं जेल में ही रहूँगा।
  • जिंदगी को जीने के लिये जज़बे और जुनून की जरुरत होती है फिर ये कोई मायने नहीं रखता कि आप कोई छोटा काम कर रहे हो या बड़ा।
  • केवल शिक्षा की सहायता से ही किसी किसान का बेटा डॉक्टर और सुरंग में काम करने वाले आदमी का बेटा सुरंग का मुख्य बन सकता है।
  • जब तक काम हो ना जाये वो असंभव लगता है।
  • यदि आप किसी व्यक्ति से उस भाषा में बात करें जो वो समझता है, तो बात उसके सर में जाती है, यदि आप उससे उसकी भाषा में बात करते हैं, तो बात उसके दिल तक जाती है।
  • मैं जातिवाद (रेसिज्म) से घृणा करता हूँ, मुझे यह बर्बरता लगती है, फिर चाहे वह अश्वेत व्यक्ति से आ रही हो या श्वेत व्यक्ति से।
  • स्वतंत्र होना, अपनी जंजीर को उतार देना मात्र नहीं है, बल्कि इस तरह जीवन जीना है कि औरों का सम्मान और स्वतंत्रता बढे।
  • मेरे देश में लोग पहले जेल जाते हैं और फिर राष्ट्रपति बन जाते हैं।
  • शिक्षा दुनिया का सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिससे आप दुनिया को बदल सकते हो।
  • यदि आप किसी व्यक्ति से उस भाषा में बात करते हैं जो वो समझता है तो बात उसके दिमाग में जाती है। लेकिन यदि आप उससे उसकी भाषा में बात करते हैं तो बात सीधे उसके दिल तक जाती है।
  • आप किसी काम में तभी सफल हो सकते हैं जब आप उस पर गर्व करें।
  • एक विजेता सपने देखने वाला होता है। जो कभी भी अपने लक्ष्य को छोड़ता नहीं है, बल्कि उसे पूरा करता है।
  • यह आपका चुनाव है कि आप अपनी आशाओं को देखते हैं या अपने डर को।
  • मैं जातिवाद से नफरत करता हूँ, किसी भी देश के विकास में यह सबसे बड़ी बाधा है।
  • डर का अभाव होना साहस नहीं है, बल्कि डर पर विजय पाना साहस है। बहादुर आदमी वह नहीं है जिसे डर नहीं लगता, बल्कि वह है जो उस डर पर विजय प्राप्त करता है।
  • जीवन को ऐसे जियो कि जैसे कोई देख नहीं रहा हो और अपने आप को व्यक्त ऐसे करो कि जैसे हर कोई सुन रहा हो।
  • जब सब जीत का जश्न मना रहे हों तब एक नेता को दूसरों को आगे रखकर पीछे से नेतृत्व करना चाहिए। और जब कोई खतरा हो तब एक नेता को आगे आकर नेतृत्व करना चाहिये। तभी लोग आपके नेतृत्व की प्रशंसा करेंगे।
  • मैं एक मसीहा नहीं था, बल्कि एक साधारण व्यक्ति था। जो असाधारण परिस्थितियों के कारण एक नेता बन गया।
  • लोगों को उनके मानवाधिकारों से वंचित करना उनकी मानवता को चुनौती देना है।
  • कोई भी देश वास्तव में तब तक विकसित नहीं हो सकता जब तक कि उसके नागरिक शिक्षित न हों।
  • सबसे कठिन चीज़ समाज का बदलाव नहीं है, बल्कि खुद का बदलाव है।
  • सभी लोगों के लिए काम, रोटी, पानी और नमक हो।
  • जब हम अपने स्वयं के भय से मुक्त हो जाते हैं तब हमारी उपस्थिति स्वतः ही दूसरों को भय से मुक्त कर देती है।
  • मेरे देश में लोग पहले जेल जाते हैं और फिर राष्ट्रपति बन जाते हैं।
  • क्या कोई कभी यह सोचता है कि वह जो चाहता था उसे वो इसलिए नहीं मिला क्योंकि उसके पास प्रतिभा नहीं थी या शक्ति नहीं थी या धीरज नही था या प्रतिबद्धता नहीं थी ?
  • कठिनाइयाँ कुछ लोगो को तोड़ती हैं लेकिन कुछ लोगों को बनाती हैं।
  • मनुष्य की अच्छाई उस लौ के समान है जिसे छुपाया तो जा सकता है लेकिन कभी बुझाया नहीं जा सकता।
  • भले ही आपको कोई बीमारी हो फिर भी आप एक मूर्ख की तरह बैठकर उदास मत हो जाओ। जीवन का भरपूर आनंद लो और आपको जो बीमारी लगी है उसे चुनौती दो।
  • साहसी लोग शांति के लिए क्षमा करने से भी नहीं घबराते हैं।
  • हर कोई अपनी परिस्थितियों से ऊपर उठ सकता है और सफलता हासिल कर सकता है। अगर वे समर्पित हैं और वे जो करते हैं उसको लेकर भावुक हैं।
  • हमें समय का सदुपयोग करना चाहिए और हमेशा यह याद रखना चाहिए कि सही करने के लिए समय हमेशा परिपक्व होता है।
  • जब लोग ठान लेते हैं तो वे कुछ भी कर सकते हैं।
  • मैं कभी असफल नहीं होता। मैं या तो जीतता हूं या फिर सीखता हूं।
  • बदले में कुछ भी उम्मीद किए बिना दूसरों की मदद करने के लिए समय और ऊर्जा देने से बड़ा कोई उपहार नहीं हो सकता है।
  • लोग इस बात पर प्रतिक्रिया देते हैं कि आप उनके साथ कैसा व्यवहार करते हैं।
  • गरीबी कोई दुर्घटना नहीं है। गुलामी और रंगभेद की तरह यह भी मानव निर्मित है और इसे मानव के कार्यों द्वारा ही हटाया जा सकता है।
  • सबसे बड़े गर्व की बात कभी ना गिरने में नहीं है बल्कि हर बार गिर कर उठने में है। इसलिए मुझे सफलताओं से मत आँकिए। बल्कि जितनी बार गिरा हूँ और गिरकर उठा हूँ। उस बल पर आँकिए।
  • एक बड़े पहाड़ पर चढ़ने के बाद यह पता चलता है कि अभी ऐसे कई पहाड़ चढ़ने के लिए बाकी हैं।
  • जब तक काम खत्म ना हो जाये उसे करना असंभव लगता है।
  • स्वतंत्र होना अपनी गुलामी की जंजीर को उतार देना मात्र नहीं है। बल्कि इस तरह जीवन जीना है कि औरों का सम्मान और स्वतंत्रता बढे।
  • सिर्फ स्वतन्त्र लोग ही समझौता कर सकते हैं, कैदी समझौता नहीं कर सकते हैं। आपकी और मेरी आजादी अलग नहीं है।
  • जब पानी खौलना शुरू होता है, तो आंच बंद कर देना बेवकूफी है।
  • मैं जातिवाद से घृणा करता हूँ। मुझे यह बर्बरता लगती है। फिर चाहे वह अश्वेत व्यक्ति हो या श्वेत व्यक्ति।
  • एक अच्छा दिमाग और एक अच्छा हृदय हमेशा अजेय समीकरण होता है। लेकिन अगर आप इस समीकरण में थोड़ी शिक्षा या कलम की ताकत मिला दें तो यह बेहद खास हो जाता है।
  • क्रोध एवं आक्रोश जहर को पीने एवं ये उम्मीद करने के समान है कि आपके शत्रु खत्म हो जायेंगे।
  • अगर आप अपने शत्रुओं से मित्रता करना चाहते हैं तो आपको उनके साथ काम करना होगा। और इस तरह वो आपके साझेदार हो जायेंगे।
  • शिक्षा एक इच्छुक समाज की आत्मा जैसी है जो हमें हमारे बच्चो को विकसित करने का रास्ता दिखाती है।
  • एक ऐसा इंसान जो दूसरे इंसान की आज़ादी को छीन लेता है। वह घृणा का कैदी होता है। ऐसा इंसान भेदभाव की अदालत में कैद होता है और उनकी बुद्धि भी नीच लोगों की तरह होती है।

इन्हें भी देखें सम्पादन