हेनरी डिरोजियो का जन्म 1809 ई.में हुआ था। उनमें भारतीयता कूट-कूट कर भरी थी। 1823 ई.में शिक्षा समाप्त कर क्लर्क फिर 1827 में कलकत्ता लौट कर पत्रकारिता और साहित्य रचना में रूचि लेने लगे, उन्होंने 'इण्डिया गजट' कलकत्ता 'लिटरेरी गजट' बंगाल एनुअल जैसे कई पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादन में भाग लिया। 1827 ई. में उनकी कविताओं का एक संग्रह प्रकाशित हुआ और उसी वर्ष वे हिन्दू कालेज में सहायक शिक्षक के रूप में नियुक्त हुये। डिरोजियो सुकरात की तरह परम निष्ठा के साथ सय्य, प्रेम तथा बुराई के प्रति घृणा के सिध्दांत का प्रचार करते और नौजवानों में सत्य के प्रति जिज्ञसा तथा लगन उत्पन्न करते थे।

डिरोजियो