जेम्स एलन
जेम्स एलेन (२८ नवम्बर १८६४ - १२ जनवरी, १०१२) ब्रिटिश दार्शनिक, लेखक और कवि थे। उनकी रचनायें आज भी प्रेरणा देती हैं। ये स्व-सहायता लेखकों के लिए प्रेरणा का एक स्रोत रहे। उनकी लिखी पुस्तक "मनुष्य जैसा सोचता है" दुनिया की अच्छी किताबों में से एक है।
उक्तियाँ
सम्पादन- कोई भी कर्तव्य धन्यवाद कहने की तुलना में ज्यादा जरूरी नहीं है।
- आज आप जहाँ भी हैं आपके विचार आपको वहां लाये हैं।
- सब अपनी परिस्थितियों को सुधारने के लिए उत्सुक हैं लेकिन खुद को सुधारने के लिए कोई तैयार नहीं हैं; इसलिए वे बंधे रहते हैं।
- एक आदमी सचमुच वही है जो वह सोचता है।
- एक आदमी को यह सीखना होगा कि वह चीजों को आदेश नहीं कर सकता है लेकिन वह खुद को आदेश दे सकता है; वह दूसरों की इच्छा पर जोर नहीं दे सकता है, लेकिन वह अपनी इच्छा से खुद को ढाल सकता है और उस पर विजय प्राप्त कर सकता है।
- जैसा आप सोचते हैं, घूमते हैं, और जैसा आप पसंद करते हैं, वैसा आप आकर्षित करते हैं।
- आत्म-नियंत्रण शक्ति है।
- मनुष्य जितना अधिक शांत होता है, उसकी सफलता, उसका प्रभाव, अच्छाई के लिए उसकी शक्ति उतनी ही अधिक होती है।
- मन की शांति बुद्धि के खूबसूरत गहनों में से एक है।
- मनुष्य स्वयं द्वारा बनता या बिगड़ता है। सही विकल्प से वह ऊपर उठता है। शक्ति, बुद्धि और प्रेम और अपने विचारों का मालिक होने के नाते, वह हर परिस्थिति का समाधान रखता हैं।
- तुम इस दुनिया में बिना साहस के कभी कुछ नहीं कर पाओगे। यह सम्मान करने लायक अपने दिमाग का सबसे बड़ा गुण है।
- जिन लोगों ने संदेह और डर पर विजय प्राप्त कर ली है, वो असल मे सफल है।
- सपने देखने वाले दुनिया के रक्षक हैं।
- बुलंद सपने देखो, और जैसे तुम सपने देखते हो, वैसे ही तुम बन जाओगे।
- किसी व्यक्ति के जीवन की बाहरी परिस्थितियाँ हमेशा उनकी आंतरिक मान्यताओं का प्रतिबिंब होती हैं।
- एक व्यक्ति केवल उन विचारों से बनता है जिसे वह चुनता है।
- परिस्थितियाँ मनुष्य को नहीं बनाती हैं, वे उसकी असलियत बता देती हैं।
- खुशी और शांति से काम करें, यह जानते हुए कि सही विचार और सही प्रयास निश्चित रूप से सही परिणाम लाते हैं।
- जैसा मनुष्य अपने हृदय में विचार करता है, वैसा ही वह बन जाता हैं।
- एक व्यक्ति जब चीजों और अन्य लोगों के प्रति अपने विचारों को बदल देता है, तो चीजें और अन्य लोग भी उसके प्रति बदल जाएंगे।
- वो सब जो एक आदमी हासिल करता है और वो सब जो वह हासिल करने में विफल रहता है वह उसके अपने विचारों का प्रत्यक्ष परिणाम है।