कॉर्नेलिया फंके (Cornelia Funke) जानी-मानी अमेरिकी बाल साहित्यकार हैं। उनक जन्म जर्मनी में हुआ था। उन्होंने बच्चों के लिए- ‘द थीफ लॉर्ड’, ‘ड्रैगन राइडर’ और ‘इंंकहार्ट’ (Inkheart) जैसी लोकप्रिय फिक्शन रचे हैं जो दुनिया भर में पाठकों के बीच खूब लोकप्रिय हुए।

उक्तियाँ

सम्पादन
  • मैं रोज एक ही तरह का खाना नहीं चाहती, इसलिए मैं अलग-अलग चीजें पढ़ती हूं।
  • उस डर से ज्यादा डरावना और कुछ नहीं जिसका कोई नाम न हो।
  • कहानियों का क्या फायदा यदि हम उनसे कुछ सीखें नहीं।
  • काश मैं कुछ दिन और स्कूल जाती।
  • मेरे पिता मुझे हमेशा लाइब्रेरी ले जाते। हम दोनों ही किताबों के दीवाने थे।
  • मरने से पहले तक मैं किताबें लिखती रहूंगी।
  • यदि मैं किताब होती, तो मैं लाइब्रेरी की किताब बनना पसंद करती, ताकि हर तरह के बच्चे मुझे उठाकर घर ले जाते।
  • मुझे जोर से बोलकर पढ़ना पसंद है।
  • प्यार एक ऐसी बीमारी जिसकी कोई दवा नहीं!
  • पढ़िए और जिज्ञासु बनिए। और यदि कोई कहे कि: ‘चीजें ऐसी ही होती हैं। तुम उसे बदल नहीं सकते।’ तो एक भी शब्द पर यकीन मत कीजिए।
  • मुझे लगता है हर लेखक उन किताबों से प्रेरणा लेता है जो उसने पढ़ी होती है।
  • बच्चे कैटरपिलर होते हैं और बड़े तितलियां। कोई भी तितली कभी याद नहीं रखती कि कैटरपिलर के रूप में कैसा महसूस होता था।
  • कुछ किताबें चख कर छोड़ दी जानी चाहिए, और कुछ को बस निगल लिया जाना चाहिए, लेकिन कुछ ऐसी किताबें ऐसी होती हैं जिन्हें चबाकर अच्छी तरह पचाना चाहिए!
  • कहानियां, सच पूछो तो कभी खत्म नहीं होतीं… किताबों के खत्म हो जाने के बाद भी नहीं। कहानियां हमेशा जारी रहती हैं। वे अंतिम पन्ने पर खत्म नहीं होतीं, और न ही पहले पन्ने से शुरू होती हैं।
  • लेकिन आखिरकार, खलनायक कहानी के जायके में नमक ही तो हैं।
  • किताबों को भारी होना चाहिए क्योंकि पूरी दुनिया उनके अंदर होती है।
  • किताबों ने मुझे हमेशा के लिए सिखाया कि शब्दों के सहारे कितनी आसानी से आप इस दुनिया से बच सकते हैं! किताबों के पन्नों में आपको दोस्त मिल सकते हैं, बेहतरीन दोस्त!
  • अजनबी जगहों पर अपनी किताबें साथ ले जाना बढ़िया आइडिया है।
  • कहानियां लिखना भी एक जादूगरी की तरह है।
  • सभी लेखक पागल होते हैं!