आशा नाम की एक आश्चर्यपूर्ण जंजीर है जिससे बंधे हुए व्यक्ति इधर-उधर भागते हुए नजर आते हैं लेकिन जो व्यक्ति उससे (आशा से) मुक्त हैं वे कहीं (एक जगह) बैठे रहते हैं।
जो लोग आशा के दास होते हैं वे सब लोगों के दास होते हैं। किन्तु आशा जिनकी दासी होती है, लोग उनके दास बनकर आचरण करते हैं।
क्षुधातृषाशाः कुटुम्बन्य मयि जीवति न अन्यगाः।
तासां आशा महासाध्वी कदाचित् मां न मुञ्चति॥१४॥
भूख, प्यास और आशा मनुष्य की पत्नियाँ हैं जो जीवनपर्यन्त मनुष्य का साथ निभाती हैं। इन तीनों में आशा महासाध्वी है क्योंकि वह क्षणभर भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ती, जबकि भूख और प्यास कुछ कुछ समय के लिए मनुष्य का साथ छोड़ देते हैं।
तुलसी अदभुत देवता आसा देवी नाम ।
सेएँ सोक समर्पई बिमुख भएँ अभिराम ॥
गोस्वामी तुलसीदास जी कहते है कि आशा देवी नाम की एक अदभुत देवी हैं, यह सेवा करने पर दुख देतीं हैं और विमुख होने पर सुख।
आशा उत्साह की जननी है। आशा में तेज है, बल है, जीवन है। आशा ही संसार की संचालक शक्ति है। -- मुंशी प्रेमचन्द
खेती आशा का एक पेशा है। -- Brett Brian
प्रेम आशा की खेती करता है। आशा है तो उर्वरता को बढ़ावा मिलेगा, और हम सभी सपने के किसान हो सकते हैं। -- जॉर्ज ई मिलर