आर्थिक विकास
जब किसी अर्थव्यवस्था (देश) के द्वारा उत्पन्न की गयी वस्तुओं एवं सेवाओं का बाजार मूल्य समय के साथ बढ़ता है, तो इसे आर्थिक विकास (Economic growth) कहते हैं।
उक्तियाँ
सम्पादन- विकास के लिये विकास, कैंसर कोशिका की नीति है। -- एदवर्द अब्बे (Edward Abbey), The Journey Home, 1977 ("The Second Rape of the West", page 183).
- संरक्षणवादी जीववैज्ञानिक यह मानते हैं कि मानवता सम्पूर्ण विनाश के तट पर खड़ी है और इसको विनाश की ओर ले जाने वाला कुछ और नहीं बल्कि तेजी से से फैल रही वैश्विक अर्थव्यवस्था है। -- Philip Cafaro, "Reducing Human Numbers and the Size of our Economies is Necessary to Avoid a Mass Extinction and Share Earth Justly with Other Species" Philosophia, 2022. doi:10.1007/s11406-022-00497-w
- पिढ़ी दर पीढ़ी यही सोचती आयी है कि यदि हमारी आय केवल दस या बीस प्रतिशत बढ़ जाय तो हम पूर्णतः सुखी हो जाएंगे। आर्थिक विकास की जीत वास्तव में मानवता की भौतिक आवश्यकताओं पर जीत नहीं है बल्कि यह भौतिक आवश्यकताओं की मानवता पर जीत है। -- Richard A. Easterlin, Growth Triumphant: The Twenty-first Century in Historical Perspective (1996) p. 154.
- आर्थिक विकास का इतिहास यही है कि लोग कम से अधिक उत्पन्न करते रहे हैं और पुराने काम के बजाय ऐसे नये काम (जॉब्स) शुरू करते रहे हैं जिनके बारे में पहले की पीढी ने सुना भी नहीं था। -- David R. Henderson, Hoover Daily Report, “The Case for a Dynamic Economy,” (22 September 2003).
- विकास के लाभ हैं तो हानियाँ भी हैं। हम प्रायः हानि को देखते ही नहीं हैं। गरीबी, भूख, पर्यावरण का विनाशा, आदि विकास के दुष्परिणाम हैं। और इन्हीं को हम आर्थिक विकास के द्वारा समाप्त करना चाहते हैं। वास्तव में हमें बहुत कम विकास की दर चाहिये, बिल्कुल अलग प्रकार के विकास चाहिये, और कभी कभी कोई विकास नहीं चाहिये या ऋणात्मक विकास चाहिये। -- Donella Meadows, Thinking in Systems: A Primer, Chelsea Green Publishing, 2008, page 146 (ISBN 9781603580557).