• अगर कोई देश है जो मानवता के लिए पूर्ण और आदर्श है, तो एशिया की ओर ऊँगली उठाऊंगा जहाँ भारत है। -- मैक्समूलर
  • यदि आपका आदर्श जड़ है, तो आप भी जड़ हो जायेंगे। स्मरण रहे हमारा आदर्श है, परमात्मा। -- स्वामी विवेकानन्द
  • जिस आदर्श के व्यवहार का प्रभाव न हो, वह फिजूल है और जो व्यवहार आदर्श प्रेरित न हो, वह भयंकर है। -- श्रीराम शर्मा आचार्य
  • ग्रामीण व्यवस्था को छिन्न भिन्न करना इंग्लैंड की सबसे बड़ी गलती थी। समाजवाद आदर्श राज्य है, लेकिन इसे तबतक हासिल नहीं किया जा सकता, जबतक मनुष्य स्वार्थी है। -- एनी बेसेन्ट
  • इस देश की औरतों के लिए आदर्श सावित्री नहीं, द्रोपदी होनी चाहिए। -- डॉ. राम मनोहर लोहिया
  • अपने आदर्श को पाने के लिए सैकड़ों बार असफल होने पर भी आगे बढ़ो। -- स्वामी विवेकानंद
  • अच्छे मित्र, अच्छी किताबें, और चिंता मुक्त अन्तः करण यही एक आदर्श जीवन है। -- मार्क ट्वैन
  • आदर्श मनुष्य जीवन की दुर्घटनाओं को गरिमा और शालीनता के साथ परिस्थितियों को सर्वोत्तम बनाकर सहन करता है। -- अरस्तू
  • एक-दूसरे से प्रेम करने वाले लोगों का सामान्य जीवन ही सुख का आदर्श है। -- जॉर्ज सैंड
  • किसी महापुरुष और सफलत व्यक्ति को अपना आदर्श बनाना जितना आसान है, -- उनके जैसा बनना उतना ही कठिन है।
  • निराश मन में आशा जागते हैं, संकट से सबको बचाते हैं, प्रेरणा देते हैं आदर्श की -- वो प्रभु श्री राम कहलाते हैं।
  • एक शब्द में, यह आदर्श है कि आप दिव्य हैं। -- स्वामी विवेकानंद
  • भारतीय आज दो अलग-अलग विचारधाराओं से शासित हैं। संविधान की प्रस्तावना में स्थापित उनका राजनीतिक आदर्श स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के जीवन की पुष्टि करता है। उनके धर्म में सन्निहित उनका सामाजिक आदर्श उन्हें नकारता है। -- बी आर अंबेडकर
  • कला सकारात्मक वास्तविकता का अध्ययन नहीं है, यह आदर्श सत्य की खोज है। -- जॉन रस्किन
  • मैंने एक ऐसे लोकतांत्रिक और स्वतंत्र समाज के आदर्श को संजोया है जिसमें सभी व्यक्ति एक साथ सद्भाव और समान अवसरों के साथ रहते हैं। यह एक आदर्श है जिसके लिए मैं जीने और हासिल करने की आशा करता हूं। लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो यह एक आदर्श है जिसके लिए मैं मरने को तैयार हूं। -- नेल्सन मंडेला
  • भगतसिंह को जो अपना आदर्श मानते है, वो हर युग -- में क्रांति के लिए तैयार रहेंगे।
  • वे क्रांतिकारी जो संयोग से फांसी से बच गए हैं, उन्हें जीवित रहना चाहिए और दुनिया को दिखाना चाहिए कि वे न केवल आदर्श के लिए फांसी को गले लगा सकते हैं, बल्कि अंधेरे, धुंधली जेल की कोठरियों में सबसे खराब प्रकार की यातनाओं को भी सहन कर सकते हैं। -- भगत सिंह
  • दर्शन एक तरह की यात्रा है, हमेशा सीखने वाला, फिर भी सत्य की आदर्श पूर्णता तक नहीं पहुंचना। -- अल्बर्ट पाइक
  • जब कोई आदर्श को चित्रित करता है, तो उसे अपनी कल्पना को सीमित करने की आवश्यकता नहीं होती है। -- एलेन की
  • एक युग की भावना को अमूर्त आदर्श कलाओं में सर्वोत्तम रूप से व्यक्त किया जा सकता है, क्योंकि आत्मा ही अमूर्त और आदर्श है। ऑस्कर वाइल्ड -- आदर्श पर अनमोल वचन
  • ओ मेरे आदर्शवादी मन ओ मेरे सिद्धांतवादी मन अब तक क्या किया ? जीवन क्या जिया ?? -- गजानन माधव मुक्तिबोध
  • जहाँ से भी अच्छा सीखने-समझने को मिले उस पर ध्यान दो, जहाँ से भी आपके गुण संवारने के तत्व मिले अपनाते जाओ, आप जल्दी एक सम्मानीय, -- आदर्शवादी और महान व्यक्ति बनेंगे।
  • घृणा करने वाले अपने दिल में मृत्यु समान बेचैनी का अनुभव करते है। -- अथर्ववेद
  • जिस प्रकार घिसकर, काटकर, तपाकर और पीटकर चार प्रकार से सोने की परीक्षा ली जाती है, वैसे ही पुरूष की परीक्षा भी चार प्रकार से होती है, त्याग, शील, गुण और कर्म से। -- चाणक्य नीति
  • जिसने मन को जीत लिया उसने सारे जगत को जीत लिया। -- शंकराचार्य
  • अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना यही तपस्या का स्वरूप है। -- तिरूवल्लुवर
  • अध्ययन के प्रति प्रेम, जीवन में आने वाले विषाद और क्लांति के क्षणों को आनंद और प्रसन्नता के क्षणों में परिवर्तित करने की क्षमता प्रदान करता है। -- काका कालेकर
  • आपत्ति-विपत्ति आने पर जो व्यक्ति घबराते नहीं है, वे मनुष्य ही मेधा बुद्धि वाले होते है। -- विदुर नीति
  • आपत्ति का सामना करने में मुस्कान से बढ़ कर कोई सहायक वस्तु नहीं होती। -- तिरूवल्लुवर
  • किसी के साथ भी अत्यंत लगाव न रखो और किसी को भी पूर्ण रूप से उपेक्षित मत करो, इसमें मध्य मार्ग सर्वसश्रेष्ठ है। -- वाल्मीकि
  • समस्त भौतिक सुखों को पाकर भी हम संतुष्ट नहीं होते, क्योंकि तब हम मानसिक शांति खो बैठते है। -- शंकराचार्य
  • संसार एक कारावास है। यहाँ कोई आवश्यकताओं का बंधक है तो कोई महत्वाकांक्षाओं का दास। -- जैनेन्द्र कुमार
  • सम्पत्ति और स्वास्थ्य से भी अधिक मन की शांति का महत्व जीवन में सार्वधिक होता है। -- डॉ। राधाकृष्णन
  • मूर्ख शिष्य को पढ़ाने से, दुष्ट स्त्री के पालन-पोषण से और दुखियों के सम्पर्क में रहने से बुद्धिमान भी दुःख पाते है। -- चाणक्य
  • मन यदि शांत है तो तन को जीवन मिल जायेगा। परन्तु मन में ईर्ष्या की अग्नि है तो तन ही नहीं हड्डियां भी जल जाती है। -- नीति वचन

इन्हें भी देखें

सम्पादन