कोई भी बेवफूफ सच्ची बात कह सकता है, परन्तु किसी झूठी बात को भली प्रकार से कहने के लिए थोड़ी समझ वाले व्यक्ति की आवश्यकता होती है।
अर्द्धसत्य प्रायः एक बड़ा झूठ होता है।
एक ऐसा झूठ जो अर्धसत्य है, सर्वाधिक काला झूठ होता है।
कष्ट पहुचाने वाले सत्य की अपेक्षा सांत्वना प्रदान करने वाला असत्य अच्छा होता है।
झूठ बोलना एक लडके में दोष है, प्रेमी में वह कला है, एक अविवाहित में निपुणता है तथा एक विवाहित नारी के स्वभाव का अंग होता है।
झूठ का मिश्रण सदैव आनन्द में वृद्धि करने वाला होता है।
जो व्यक्ति अपनी साख बचाने के लिए झूठ बोलता है, वह उस व्यक्ति की भांति होता है जो अपना रुमाल बचाने के लिए कमीज की बाहों से मुंह पोंछता है।
जो व्यक्ति एक झूठ बोलता है, उसको यह ज्ञान नहीं होता है कि वह कितने बड़े कार्य की जिम्मेदारी ले रहा है क्योंकि उस झूठ की स्थापने के लिए उसे बीस झूठों का आविष्कार करना होगा।
झूठ छद्मवेशी सत्य होता है।
मुझसे कोई प्रश्न मत कीजिए और मैं आपसे कोई झूठ नहीं बोलूँगा।
अपराध के अनेक औजार होते हैं, परन्तु झूठ एक ऐसा हैंडिल है जो प्रत्येक औजार में फिट हो जाता हैं, ठीक बैठ जाता है।
प्रकृति किसी असत्य को स्वीकार नही करती।
झूठ वृद्धावस्था तक कभी जीवित नही रहता।
झूठ अधिक समय तक टिकता नही है।
निर्ममतम झूठ मौन द्वारा व्यक्त किये जाते हैं।
जो सत्य बुरे इरादे से कहा जाता है वह उन समस्त झूठों को पीछे छोड़ देता है जिनका तुम आविष्कार कर सकते हो।
वाकछल एक ऐसा मार्ग हैं जो झूठ की ओर आधी दूरी तक ले जाता है, परन्तु झूठ एक ऐसा रास्ता हैं जो पूरी दूरी पार करके नर्क की ओर ले जाता है।